अश्वगंधा से जोड़ों के दर्द में राहत
रसोइ से:-
अश्वगंधा याददाश्त बढ़ाने तनाव घटाने में मददगार है यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो की कई बीमारियों में प्रयोग की जाती है, यह रक्त शुद्ध करने और रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रयोग किया जाता है इसमें एंटीजन पाए जाते हैं जो कि तंत्रिका तंत्र को मजबूत करते हैं यह मानसिक विकारों में भी फायदेमंद है!उपयोग:-
>अश्वगंधा छोटे बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकार के लिए एक कप दूध में अश्वगंधा चूर्ण मिलाकर देने से फायदा मिलता है,>इसके चूर्ण मे सोंठ समान मात्रा में मिलाकर रोज़ाना सुबह शाम पानी के साथ सेवन सेवन करने से कमर एवं जोड़ों के दर्द में काफी आराम मिलता है
>इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण हृद्य रोगों के लिए फायदेमंद है,
>अश्वगंधा चूर्ण को मिश्री व शहद को दूध के साथ लेने से मधुमेह रोगियों में मोतियाबिंद के उपचार में लाभदायक है
>इसके अलावा यह त्वचा, बाल,लिवर खांसी-जुकाम, अस्थमा अल्जाइमर और हाई ब्लड प्रेशर में कारगर है
> इसमें फ्लेवोनॉयड और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं यह मस्तिष्क में न्यूरोलॉजिकल ट्रांसमिशन में सुधार लाने में मदद करता है एंटी ऑक्सीडेंट कैंसर से बचा सकता है !
सावधानी बरतें:-
अश्वगंधा का प्रयोग बिना किसी विशेषज्ञ के नहीं करें,सही मात्रा में प्रयोग का तरीका गलत होने से दिक्कतें हो सकती है,
इसमें गैस बनना,अल्सर,त्वचा पर रेशेज, अनिद्रा और उलझन जैसी समस्याएं हो सकती है
गर्भवती महिलाओं, हाइपरटेंशन और लीवर से जुड़े मरीजों को बिना चिकित्सक की सलाह के इसका उपयोग नहीं करना चाहिए !

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